हजारों दिल लूट जाते हैं हर रोज मगर नसीब नहीं होता मन की चाहते दिल को मरोड़ कर रख देती है उनके करीब जाने का अरमान पूरा नहीं होता
कभी फुर्सत में मिलो अपने दिल की हर बात कह दूंगा जब तक कहने के लिए बातें होठों तक आती हैं मुझे उदास कर तुम निकल जाते हो